मुजफ्फरनगर में 4.06 लाख वाहन हो गये कबाड़ा

मुजफ्फरनगर
जनपद में पहली अप्रैल से डीजल के दस साल और पेट्रोल के 15 साल पुराने 4 लाख 6 हजार 163 वाहन कबाडा हो गए है। डीजल के 8816 वाहन और पेट्रोल के 3.97 लाख वाहनों का रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग से खत्म हो गया है। इन वाहन स्वामियों को नोटिस भेजकर अवगत भर कराया गया है और उक्त वाहनों का संचालन बंद करने के निर्देश दिए है।
जनपद मुजफ्फरनगर एनसीआर में है, लेकिन जनपद को अभी तक एनसीआर जैसी सुविधाए नहीं मिल पा रही है, लेकिन एनसीआर के नियम सख्ती के साथ लागू किए जा रहे है। एनसीआर में डीजल के दस साल पुराने वाहन और पेट्रोल के 15 साल पुराने वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध है। जनपद में परिवहन विभाग में पंजीकृत डीजल और पेट्रोल के करीब 4 लाख 6 हजार 163 वाहनों का रजिस्ट्रेशन 31 मार्च 2023 के बाद से रद्द हो गया है। नए वित्तीय वर्ष में इन वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है। जिसमें डीजल के दस साल पुराने 8816 वाहन और पेट्रोल के 15 साल पुराने 3 लाख 97 हजार 347  वाहन शामिल है। इन पेट्रोल वाहनों में सबसे अधिक संख्या दोपहिया वाहनों की है। पहली अप्रैल से पेट्रोल से संचालित 3 लाख 58 हजार 376 दोपहिया वाहनों का संचालन बंद हो गया है। वहीं करीब 38 हजार 971 चोपहिया वाहन बंद हो गए है।“एनसीआर में पेट्रोल और डीजल के करीब 406163 वाहनों का रजिस्ट्रेशन रद्द हो गया है। इन वाहनों का संचालन बंद करने के लिए वाहन स्वामियों को नोटिस भेजे गए है। डीजल के दस साल पुराने 8816 वाहन और पेट्रोल के 15 साल पुराने 397347 वाहनों का संचालन बंद हुआ है।”
विश्वजीत प्रताप, एआरटीओ

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