शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच की आंच का सामना कर रहे पार्थ चटर्जी के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस नेता ही खड़े हो गए हैं। खबर है कि पार्टी के नेता अब उन्हें ‘कैंसर’ बता रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार में चटर्जी शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दौरान उनकी करीबी एक्ट्रेस अर्पिता मुखर्जी के आवास से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे।
टीएमसी नेता और न्यू बैरकपोर नगरपालिका अध्यक्ष प्रबीर साहा ने चटर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘पार्थ चटर्जी (पार्टी के लिए) कैंसर थे। इसलिए उन्हें शरीर से हटा दिया गया है। जब भी कैंसर होता है, तो उसे शरीर से अलग कर दिया जाता है।’ एक समारोह के दौरान उन्होंने यह बात कही है।
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भ्रष्टाचार के आरोप सामने आने के बाद चटर्जी को सरकार और पार्टी से बाहर कर दिया गया था। साहा ने कहा, ‘पार्थ चटर्जी भ्रष्टाचार की गतिविधियों में शामिल थे और इसलिए पार्टी ने उन्हें अलग कर दिया।’
ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में चटर्जी के कथित तौर पर शामिल होने के चलते गिरफ्तार किया था। ईडी ने जुलाई में यह कार्रवाई की थी। जांच एजेंसी को मुखर्जी के आवास से 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी और जेवर बरामद हुए थे। ईडी ने बाद में एक्ट्रेस को भी गिरफ्तार कर लिया था। मुखर्जी ने दावा किया था कि ये रुपये चटर्जी के हैं।
एक और नेता पर शिकंजा
टीएमसी के बीरभूम अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को सीबीआई ने पशु तस्करी मामले में उनके आवास से गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें राजधानी कोलकाता लाया गया। मंडल को शनिवार को मेडिकल चेक अप के लिए ले जाया गया है। इसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।