संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर सोमवार को भाकियू टिकैत के जिला अध्यक्ष नवीन राठी और तहसील सदर अध्यक्ष देव अहलावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सदर तहसील में धरना प्रदर्शन करते हुए कृषि नीति का जमकर विरोध किया है। उन्होंने भारत सरकार के द्वारा लागू की गई कृषि नीतियों की प्रतिलिपियां भी जलाई है। वहीं नौ सूत्रीय मांगपत्र तहसीलदार न्यायिक को दिया है।
तहसील सदर अध्यक्ष देव अहलावत ने कहा कि इन कृषि नीतियों की प्रतिलिपियों का अध्ययन करने के पश्चात यह अनुभव होता है कि कृषि को व्यापारीकरण के क्षेत्र में लाने की सरकार की पूरी तैयारी है। जिससे किसान पूरी तरह प्रभावित होगा। इन मसौदो में सबसे ज्यादा बाजार शब्द का जिक्र है। उन्होंने कहा कि अब से पहले जितनी सरकार आई हैं वह किसानो के प्रतिनिधियों के साथ बैठकर बातचीत करके कृषि संबंधित नितियां तैयार किया करते थे, परंतु अब सरकार स्वयं ही सभी नीतियां तैयार कर लेते हैं। किसी से कोई सलाह नहीं ली जाती है। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के होते किसी भी किसान का कोई शोषण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्यांकन, गन्ने का भाव 450 रूपये घोषित किया जाए। वहीं बिजली विभाग द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है। जिसे बंद किया जाए और बिजली से संबंधित सभी समस्याओं का तत्काल प्रभाव से समाधान किया जाए। फार्मर रजिस्ट्री के नाम पर भी किसानों का शोषण हो रहा है जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आवारा पशु फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है। इस दौरान गुलशन चौधरी, नरेश पुंडीर, सत्येंद्र सिंह पुंडीर, गुलबहार राव, मोनू चौधरी, संजय त्यागी, चौधरी शक्ति सिंह आदि मौजूद रहे।