दिल्ली की एमआईटूसी कम्पनी के द्वारा अनुबंधों की शर्तों को ताक पर रखा जा रहा है। कम्पनी के द्वारा शहर के कूडे को डम्पिंग ग्राउन्ड पर लेजाकर छटनी करते हुए बेचा जा रहा है। जिस पर ईओ ने कडी नाराजगी जताते हुए नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं अभी तक बेचे गए कूडे से प्राप्त हुई धनराशि को ईओ ने पालिका कोष में जमा कराने के लिए कम्पनी कम्पनी को निर्देश दिए है।
नगर पालिका ईओ डा. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि एमआईटूसी कम्पनी के द्वारा अनुबंध की शर्तो का पालन नहीं किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन-नगरीय के विशिष्ट अभियान डोर-टू-डोर कूडा कलैक्शन के अन्तर्गत गीला व सूखा कूडा अलग-अलग एकत्र कर पालिका द्वारा निर्देशित स्थान पर पहुँचाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। चेयरपर्सन के के संज्ञान में आया है कि कम्पनी के द्वारा उक्त निर्देशों का कोई अनुपालन नहीं किया जा रहा है। फर्म द्वारा गीला-सूखा कूड़ा एक साथ एकत्र कर चयनित किये गये डम्पिंग ग्राउण्ड पर ले जाकर, उसकी छटाई कराते हुए बेचा जा रहा है। यह स्थिति अत्यन्त ही आपत्तिजनक और अनुबंध की शतों के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। ईओ ने इस मामले में कम्पनी को तत्काल प्रभाव से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें के निर्देश दिए है। वहीं फर्म द्वारा गीला-सूखा कूडा अलग-अलग एकत्र क्यों नहीं किया जा रहा है तथा अभी तक कुल कितना कूडा छटाई उपरांत बेचा गया है। उससे कितनी धनराशि फर्म द्वारा प्राप्त की गई है, प्राप्त धनराशि को तत्काल पालिका कोष में जमा कराने के आदेश दिए है। वहीं गीला-सूखा अलग-अलग करते हुए रूडकी रोड स्थित संचालित एमआरएफ सेंटर पर पहुंचाने के निर्देश दिए है।