मुजफ्फरनगर। हिंदुस्तान भारत
लोक निर्माण विभाग लखनऊ से रिपोर्ट आने के बाद चेयरपर्सन ने कार्रवाई करते हुए 45 वॉट की तीन हजार खरीदी जाने वाली एलईडी लाइट के टेंडर को निरस्त कर दिया है। वहीं मै. एसएस इन्टरप्राइजेज फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। उधर जेई धर्मवीर सिंह को पथ प्रकाश प्रभारी के पद से हटा दिया है। चेयरपर्सन ने लिपिक गोपीचन्द्र वर्मा के खिलाफ ईओ को कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
भाजपा सभासद देवेश कौशिक की शिकायत पर मार्ग प्रकाश विभाग में 45 वॉट की तीन हजार लाइटों (सूर्यामक) की आपूर्ति हेतू फार्म द्वारा प्राप्त सैम्पल के 130 ल्यूमिनर पर वाट एवं गुणवत्ता की जाँच लोक निर्माण (वि.प्रा.) लखनऊ से करायी गयी। कार्यालय प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग लखनऊ द्वारा 11 नवम्बर को 2024 को अपनी जाँच नगर पालिका कार्यालय को प्रेषित की गई। जाँच आख्या पर मार्ग प्रकाश विभाग से प्राप्त आख्या के आधार पर चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने मै. एसएस इन्टरप्राइजेज फर्म को ब्लैक लिस्ट करते हुए निविदा निरस्त कर दी है। वहीं दोबारा से नियमानुसार निविदा आम्त्रिरत करने के निर्देश दिए है। चेयरपर्सन ने धर्मवीर सिंह (सम्बद्ध अवर अभियन्ता जल) को मार्ग प्रकाश प्रभारी के दायित्वो से मुक्त कर दिया है। वहीं भविष्य में होने वाली समस्त निविदा प्रकिया में जाँच सम्बन्धी कार्यों से भी मुक्त किया है। उन्होंने तत्कालीन मार्गप्रकाश लिपिक गोपीचन्द्र वर्मा के विरूद्ध नियमानुसार कार्यावाही प्रस्तावित करने के ईओ को निर्देश दिए है।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने बताया
जांच रिपोर्ट आने पर 45 वॉट की खरीदी जाने वाली तीन हजार एलईडी लाइट के टेंडर को निरस्त कर दिया है। मै. एसएस इन्टरप्राइजेज फर्म को ब्लैक लिस्ट किया गया है। जेई धर्मवीर सिंह को पथ प्रकाश से हटाया गया है। लिपिक गोपीचन्द्र वर्मा के खिलाफ ईओ को कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगर पालिका मुजफ्फरनगर