मुजफ्फरनगर। हिन्दुस्तान भारत
नगर पालिका के जलकल विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के प्रोविडेंट फंड, पीएफ अकाउंट से करीब 2.85 लाख रुपए धनराशि पर शातिरों ने हाथ साफ कर दिया। शातिरों के द्वारा पहले भी नगर पालिका के दो कर्मचारियों के अकाउंट से लाखों की नकदी उडा दी गई थी। बुधवार को स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने पीड़ित कर्मचारी के साथ बैंक पहंुचकर शाखा प्रबंधक के समक्ष नाराजगी जताई। पीएफ अकाउंट से पैसे कटने पर अनेक सवाल उठाते हुए जांच की मांग की।
कोर्ट रोड स्थित यूनियन बैंक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मौहम्मद इसरार का पीएफ अकाउंट है। इसरार ने पालिका में कर्मचारियों को बताया कि उसके पीएफ अकाउंट से पैसा कटने का मैसेज उसके पास आया है। पीएफ अकाउंट ईओ के नाम बंधक है और वो फ्रीज किया जाता है। ऐसे में पीएफ अकाउंट से पैसा कटने की बात सुनकर सभी चौंक गये। स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष ओमवीर सिंह अन्य कर्मचारियों और पीड़ित चपरासी इसरार को लेकर यूनियन बैंक प्रकाश चौक पहुंचे। यहां शाखा प्रबंधक के समक्ष कर्मचारी की समस्या को रखा। ओमवीर सिंह ने बताय कि वहां पर जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि इसरार के पीएफ अकाउंट से 2.85 लाख रुपये की रकम अलग अलग दिनों में ट्रांजक्शन करते हुए निकाली गई। ओमवीर सिंह का कहना है कि पीएफ अकाउंट बंधक रहता है और फ्रीज किया जाता है। यह अकाउंट यूपीआई से लिंक भी नहीं किया जा सकता है तो ऐसे में पैसा कैसे ट्रांसफर कर दिया गया। उन्होंने पीड़ित कर्मचारी इसरार की ओर से शाखा प्रबंधक को जांच कराकर रकम वापस कराने की मांग के साथ शिकायती पत्र सौंपा है।