मुजफ्फरनगर। हिंदुस्तान भारत
भाजपा सभासद देवेश कौशिक की शिकायत पर एलईडी लाइट प्रकरण की जांच शुरू हो गई है। बुधवार को बुढाना एसडीएम न्यायिक और पावर कारपोरेशन के टाउन हॉल एक्सईएन नगर पालिका पहुंचे। उन्होंने करीब दो घंटे नगर पालिका में शिकायत से संबंधित पत्रावली तलब करते हुए शिकायती बिन्दुओं को परखा है। सूत्रों का कहना है कि उक्त टेंडर निरस्त हो सकता है।
भाजपा सभासद देवेश कौशिक ने पथ प्रकाश में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। जैम पोर्टल पर तीन हजार एलईडी स्ट्रीट लाईट के लिए निविदा आमंत्रित की गई थी। जिसमें मांगा गया प्रोडक्ट 130 ल्यूमैन प्रति वाट का है। लोक निर्माण विभाग के विद्युत अनुभाग की वैबसाइट के अनुसार मैसर्स सूर्या रोशनी लिमिटिड का 45 वाट का केवल एक ही प्रोडक्ट अप्रूव है जो कि 100 ल्यूमैन प्रति वाट क्षमता का है। लोक निर्माण विभाग, लखनऊ के विद्युत अनुभाग द्वारा जारी सूची में 100 ल्यूमैन प्रति वाट क्षमता में ही अप्रूव है, तथा मैसर्स सूर्या रोशनी लिमिटिड का 45 वाट का कोई भी प्रोडक्ट लोक निर्माण विभाग लखनऊ द्वारा जारी सूची में 130 ल्यूमैन प्रति वाट क्षमता का अपूर्व नही है। उधर लोक निर्माण विभाग, लखनऊ के विद्युत अनुभाग ने अपनी रिपोर्ट पालिका को दे दी है, जो ठेकेदार के फेवर में नहीं है। अब इस मामले की जांच शुरू हो गई है। बुढाना एसडीएम न्यायिक और बिजली विभाग के एक्सईएन ने लाइट से संबंधित पत्रावली तलब करते हुए जांच पडताल की है।