मुजफ्फरनगर।
मुजफ्फरनगर नगर पालिका के सीमा विस्तार को शासन स्तर से हरी झंडी मिल गई है। सीमा विस्तार के लिए नगर पालिका ने शहर की आउटर पर स्थित कालोनियों सहित 15 गांव को शामिल किया गया है। वहीं नगर पालिका के द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर शासन स्तर पर भी कुछ संशोधन किया गया है। शासन स्तर से गुरुवार की देर शात इस संबंध में पत्र जारी हुआ है। हालाकि अभी यह पत्र जिला प्रशासन के पास नहीं आया है। आपत्तियों का निस्तारण के बाद यह प्रस्ताव केबिनेट की बैठक में रखा जाएगा।
प्रदेश में मुजफ्फरनगर नगर पालिका सबसे बडी है। नगर पालिका के सीमा विस्तार और नगर निगम बनाने के लिए पिछले कई साल से तैयारियां चल रही है। गुरुवार की देर शाम शासन स्तर से मुजफ्फरनगर नगर पालिका के सीमा विस्तार को हरी झंडी मिल गई है। इस मामले को लेकर गुरुवार को नगर पालिका ईओ हेमराज सिंह को शासन में तलब किया गया है। इस प्रस्ताव को लेकर उन से कुछ बिन्दुओं पर जानकारी मांगी गई है। सूत्रों का कहना है कि शासन स्तर पर इस प्रस्ताव में कुछ संशोधन किया गया है।
सीमा विस्तार के लिए यह गांव किए गए है प्रस्ताव में शामिल
मुजफ्फरनगर। नगर पालिका मुजफ्फरनगर के सीमा विस्तार के लिए तैयार किए गए प्रस्ताव में करीब 15 गांव को शामिल किया है। जिसमें मुजफ्फरनगर शहर काली नदी पार का कुछ क्षेत्र समेत 15 गांव को लिया गया है। जिसमें गांव वहलना, मीरापुर, सुजडू, मंधेडा, खांजापुर, मुस्तफाबाद, सहावली, सरवट, शहाबुद्दीनपुर, बीबीपुर, कूकडा, शेरनगर, अलमासपुर और बिलासपुर गांव के कुछ क्षेत्र को लिया गया है।
सीमा विस्तार के बाद आबादी हो जाएगी 5.19 लाख
मुजफ्फरनगर। नगर पालिका द्वारा सीमा विस्तार के लिए तैयार किए प्रस्ताव पर यदि शासन की मोहर लगती है तो यहां की आबादी में करीब 1.52 लाख की बढोत्तरी हो जाएगी। वर्तमान में नगर पालिका की आबादी करीब 3.67 लाख है। सीमा विस्तार के बाद यह आबादी करीब 5.19 लाख हो जाएगी। वहीं शहर का क्षेत्रफल भी बढ जाएगा। वर्तमान में नगर पालिका का क्षेत्रफल करीब 12 वर्ग किलो मीटर है। सीमा विस्तार के बाद करीब 47 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल हो जाएगा।