मुजफ्फरनगर।
गांव बेहड़ा सादात में डीएम के आदेश पर ग्राम प्रधान के द्वारा किए विकास कार्यों की जांच करने पहुंची टीम पर शिकायकर्ताओं ने पक्षपात करने का आरोप लगाया। जांच बीच में ही छोड़कर वापस लौट गए। इसके बाद भी टीम ने स्कूल, श्मशान घाट आदि स्थानों पर जांच की। ग्रामीणों से खडंजा, मिट्टी आदि की जानकारी ली।
विकास खंड मोरना क्षेत्र के ग्राम बेहड़ा सादात निवासी प्रवीण कुमार, अरुण, महेश, राजपाल, कंवरपाल, विजयपाल, सतीश, दयाचंद, सोनू आदि ने प्रधान मंजू चौधरी व ग्राम सचिव जयवीर सिंह पर विकास कार्यों में अनियमितता व भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए डीएम से शिकायत की थी। इनमें इंटरलॉक के नीचे पत्थर न डालना, गांव में स्थित खेल मैदान में मिट्टी न डालकर उसका फर्जी बिल तैयार करना 39 बिन्दुओं पर जांच की मांग की थी। डीएम ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया था। मंगलवार को उपायुक्त उद्योग परमहंस मौर्य, आशीष कुमार व अवर अभियन्ता चन्द्रबोस गांव में पहुंचे तथा शिकायतों की जांच की। शिकायतकर्ता ने जांच टीम पर पक्षपातपूर्ण तरीके से जांच करने के आरोप लगाए और नाराज होकर लौट गए इसके बाद भी टीम ने स्कूल, श्न घाट आदि स्थानों पर जांच की तथा ग्रामीणों से खडंजा, मिट्टी आदि के विषय में जानकारी की। उपायुक्त परमहंस मौर्य ने बताया कि 30 से अधिक बिन्दुओं पर शिकायत की गई थी, जिनमें मुख्य रूप से नाली, खडंजा, शमशान घाट निर्माण में बरामदा व टीन शेड, आर.ओ., इंटरलॉकिंग, स्कूल में फर्नीचर आदि की समग्र शिकायतें हैं। मौके पर जांकर जांच की गई है। जांच की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों व अधिकारियों में नोंकझोक हुई, जिस पर पुलिस ने एकत्रित भीड को दौडाया। इस अवसर पर थानाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ तैनात रहे।