मुजफ्फरनगर।
जनपद में लम्पी स्किन बीमारी के कारण गोवंश की मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है। इस बीमारी की चपेट में आकर 9 गोवंश की मौत हो गयी है। वही 2500 पशु बीमार है। यह बीमारी करीब 157 गांव में फैल चुकी है।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि जनपद के समस्त 09 विकासखण्डो के 157 ग्रामों में एल ० एस ० डी ० बीमारी से ग्रसित पशुओं की कुल संख्या 2500 हो गई है । 525 पशु स्वस्थ हो गये है तथा अब तक कुल 09 गोवंश की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है । यह बीमारी एक संक्रामक रोग विषाणुजनित बीमारी है अधिकाशतः यह बीमारी गोवंशीय पशुओं में पायी जाती है , रोग का संचरण / फैलाव / प्रसार पशुओं में मक्खी , चीचडी एवं मच्छरों के काटने से होता है । इस बीमारी से प्रभावित पशुओं को बुखार होना , पूरे शरीर में जगह – जगह नोड्यूल / गाँठों का उभरा हुआ दिखाई देना है । बीमारी से ग्रसित पशुओं मृत्यु दर अनुमानित 1 से 5 प्रतिशत है । • बीमारी की रोकथाम हेतु आवश्यक है कि बीमारी से ग्रसित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखना , पशुओं में बीमारी को फैलाने वाले घटकों की संख्या को रोकना अर्थात् पशुओं को मक्खी , चीचडी , मच्छरों के काटने से बचाना , पशुशाला की साफ – सफाई दैनिक रूप से करना तथा डिस्इंफेक्शन ( जैसे – चूना आदि ) को स्प्रे करना मृत पशुओं के शव को गहरे अर्थात् न्यूनतम 5-6 फीट गहरे गड्ढे में दबाया जाना आवश्यक है । पशु पालको से अनुरोध है कि वह अपने बीमारी से ग्रसित पशुओं को स्वस्थ पशु से अलग बाँधे । पशुपालकों को बीमारी के प्रति जागरूक करने हेतु समस्त 09 विकासखण्ड पर खण्ड विकास अधिकारी एवं उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी / पशुचिकित्साधिकारी द्वारा ग्राम प्रधानों , पशुपालकों के साथ बैठक कर बीमारी के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया । यह भी बताया गया कि बीमार पशु के दूध को उबालकर पीने या बीमार पशु के सम्पर्क में आने से मनुष्य में रोग फैलने की कोई आशंका नहीं है । अवांच्छित अफवाओं से खुद को बचाये । बीमारी को फैलने से रोकने के लिये जनपद में लगने वाली पशु पैठों को आगामी आदेशों तक बन्द करने की रोक लगा दी गयी है ताकि पशुओं के परिवहन को रोका जा सके । समस्त उप जिलाधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारियों / पशु चिकित्साधिकारियों को अपने – अपने क्षेत्र में गोआश्रय स्थलों में संक्रमित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखने के निर्देश दिये गये । पशु पालक रोग के प्रकोप होने पर निकटतम सरकारी पशु चिकित्साधिकारी को सूचित करे तथा उन्ही से अपने पशुओं का उपचार कराये । उक्त बीमारी के सम्बन्ध में सूचना आदान – प्रदान करने तथा बीमारी की सूचना उपलब्ध कराने के लिये जनपद स्तर पर कलेक्ट्रेट , मु ० नगर में स्थापित कन्ट्रोल रूम नं0-9897715888 , 9897749888 पर सूचित कर सकते है ।