26 किसानों को मिलेट्स जानकारी देने पर खर्च किए लाखों रुपए

मुजफ्फरनगर। शासन स्तर से आने वाले बजट को कैसे खर्च किया जाता है यह कृषि विभाग से अच्छा कौन जानता है। बटक को ठिकाने लगाने के लिए कृषि विभाग के द्वारा बडे खेल को अंजाम दिया जाता रहा है। इसी कडी में एक ओर मामला प्रकाश में आया है। उप कृषि निदेशक कार्यालय के द्वारा नुमाईश मैदान में मिलेट्स को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला को लेकर करीब साढे पांच लाख रुपए का बजट खर्च किया जा रहा है। बुधवार को पहले दिन कार्यशाला में मात्र 26 किसान पहुंचे है। यहां पर रखी कुर्सियां शाम तीन बजे तक खाली पडी रही। किसानों की कम संख्या देखकर कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल भी दंग रह गए।
नुमाईश पंडाल में कृषि विभाग के द्वारा मिलेट्स (श्री अन्न) पुनरोद्धार को लेकर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम किसानों को मिलेट्स की जानकारी देने के लिए किया गया है। किसानों के लिए कार्यक्रम में मिलेट्से से संबंधित पहले दिन करीब 13 स्टॉल लगाए गए है। इस कार्यशाला में किसान नहीं पहुंच पाए। दोपहर तक करीब 26 किसान ही कार्यशाला में पहुंचे है। किसानों की संख्या कम होने के बाद भी विभागीय अधिकारियों के द्वारा इस कार्यक्रम को कराया गया है। शासन स्तर से इस कार्यक्रम को कराने के लिए करीब साढे पांच लाख रुपए का बजट विभाग में आया हुआ है। इस कार्यक्रम में दोपहर एक बजे मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल पहुंचे। कार्यक्रम में कुर्सी खाले देखकर वह दंग रह गए। किसानों की कम संख्या होने पर उन्होंने डीडी से पूछा कि कार्यक्रम में किसान क्यों नहीं आए है। क्या इसका प्रचार प्रसार नहीं कराया गया है। इसके बाद अधिकारियों के द्वारा विकास भवन में स्थित कृषि विभाग कार्यालय और ब्लाक स्तर से आए कर्मचारियों को कुर्सी भरने के लिए बैठाया गया, लेकिन फिर भी कुर्सियां खाली पडी रही। इसके बाद स्टॉल लगाए गए बैठे कुछ कर्मचारियों को बैठाया गया। इसके बाद भी उक्त कुर्सियां शाम तीन बजे के बाद तक भी खाली पडी रही। इस तरह से सरकारी पैसे का दुरूप्रयोग किया गया जा रहा है। कार्यक्रम में किसान नहीं पहुंच रहे है, लेकिन कृषि विभाग के दस्तावेजों में किसानों की संख्या पूरी दर्शाई जाती है। कार्यशाला में किसानों की उपस्थित दर्ज करने के लिए तीन रजिस्टर रखे गए। जब कार्यक्रम में 26 से अधिक किसान नहीं पहुंच पाए तो ब्लाक के कुछ कर्मचारियों ने स्वयं ही उक्त रजिस्टर में किसानों की उपस्थिति दर्ज करना शुरू कर दिया। कर्मचारियों के द्वारा अपने मोबाइल से किसाना का नाम और मोबाइल नम्बर देखकर रजिस्टर में दर्ज किया गया। इस तरह से दस्तावेजों का पेट भरने का कार्य किया गया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी, सीडीओ संदीप भागिया, उप कृषि निदेशक संतोष कुमार यादव, पीपीओ यतेन्द्र कुमार, एसडीओ कपिल कुमार आदि अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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