मुजफ्फरनगर
प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ काप रेजीडयू योजना में पारदर्शिता लाने के लिए शासन स्तर से कुछ नियमों में परिवर्तन किया गया है। अब इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के तहत नहीं दिया जाएगा। अब डीएम की अध्यक्षता में लॉटरी सिस्टम से किसानों को बडे कृषि यंत्रों का लाभ दिया जाएगा। शासन स्तर से नियामों में परिवर्तन करते हुए बीच की कडी को खत्म कर दिया है। इस बीच की कडी को लेकर कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध बनी रहती थी, वहीं पात्र किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता था, लेकिन अब इस योजना का लाभ लेने केलिए पोर्टल 24 घंटे खुला रहता है। किसानों के द्वारा पोर्टल पर अपना टोकन जनरेट कराते हुए कृषि विभाग को दस्तावेज आदि देने होगे।
शासन स्तर से प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ काप रेजीडयू योजना के तहत कृषि यंत्र सब्सिडी पर दिए जाते है। पूर्व में सब्सिडी पर कृषि यंत्र खरीदने के लिए काफी मारामारी रहती थी। इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के तहत दिया जाता था। वहीं पोर्टल पर टोकन जनरेट करने के लिए कुछ ही सैकेंड के लिए साइट खुलती थी। इस दौरान कुछ चेहते दुकानदार व बीच की कडी के द्वारा ही टोकन जनरेट हो पाते थे। अब शासन स्तर से इस योजना में पारदर्शिता लाने के लिए कुछ नियम में परिवर्तन किया गया है। अब सब्सिडी पर मिलने वाले कृषि यंत्रों का लाभ लॉटरी सिस्टम से दिया जाएगा। यह लॉटरी डीएम की अध्यक्षता में होगी। वहीं 24 घंटे साइट खुली रहेगी और किसान पोर्टल पर टोकन जनरेट करा सकते है। जनपद में इस योजना के लिए 20 नवम्बर से किसान पोर्टल पर टोकन जनरेट कर रहे है।
प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ काप रेजीडयू योजना में पारदर्शिता लाने के लिए शासन स्तर से कुछ नियमों में परिवर्तन किया गया है। अब इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के तहत नहीं दिया जाएगा। अब डीएम की अध्यक्षता में लॉटरी सिस्टम से किसानों को बडे कृषि यंत्रों का लाभ दिया जाएगा। शासन स्तर से नियामों में परिवर्तन करते हुए बीच की कडी को खत्म कर दिया है। इस बीच की कडी को लेकर कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध बनी रहती थी, वहीं पात्र किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता था, लेकिन अब इस योजना का लाभ लेने केलिए पोर्टल 24 घंटे खुला रहता है। किसानों के द्वारा पोर्टल पर अपना टोकन जनरेट कराते हुए कृषि विभाग को दस्तावेज आदि देने होगे।
शासन स्तर से प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ काप रेजीडयू योजना के तहत कृषि यंत्र सब्सिडी पर दिए जाते है। पूर्व में सब्सिडी पर कृषि यंत्र खरीदने के लिए काफी मारामारी रहती थी। इस योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के तहत दिया जाता था। वहीं पोर्टल पर टोकन जनरेट करने के लिए कुछ ही सैकेंड के लिए साइट खुलती थी। इस दौरान कुछ चेहते दुकानदार व बीच की कडी के द्वारा ही टोकन जनरेट हो पाते थे। अब शासन स्तर से इस योजना में पारदर्शिता लाने के लिए कुछ नियम में परिवर्तन किया गया है। अब सब्सिडी पर मिलने वाले कृषि यंत्रों का लाभ लॉटरी सिस्टम से दिया जाएगा। यह लॉटरी डीएम की अध्यक्षता में होगी। वहीं 24 घंटे साइट खुली रहेगी और किसान पोर्टल पर टोकन जनरेट करा सकते है। जनपद में इस योजना के लिए 20 नवम्बर से किसान पोर्टल पर टोकन जनरेट कर रहे है।
“प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ काप रेजीडयू योजना में पहले आओ पहले पाओ के तहत लाभ नहीं मिल पाएगा। बडे कृषि यंत्रों का लाभ लॉटरी सिस्टम से किसानों को दिया जाएगा। डीएम की अध्यक्षता में लॉटरी प्रक्रिया को अपना जाएगा।”
सतेन्द्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी