मुजफ्फरनगर।
खतौली में छेड़छाड़ को लेकर हुए विवाद के दौरान दो पक्षों में हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल हुए युवक की उपचार के दौरान मौत होने से नाराज ग्रामीणों ने कोतवाली पहुंचकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाते हुए जानसठ रोड पर जाम लगाने का प्रयास किया। घंटो चले हंगामे के दौरान पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बूझकर मामला शांत कराया।
कोतवाली क्षेत्र के खांजापुर गांव में 2 सितंबर को दो संप्रदाय के लोगों के बीच छेड़छाड़ को लेकर जमकर धारदार हथियार चले थे ।जिसमें दोनों पक्षों से कई लोग घायल हुए थे। एक पक्ष से कलीम उर्फ गुड्डू पुत्र सलीम, अंममार पुत्र सलीम, शमो पत्नी नवाजुद्दीन घायल हुए थे। घायलों को गंभीर हालत के चलते मुजफ्फरनगर के एक अस्पताल में भर्ती कराया था । हालत बिगड़ने के बाद घायल कलीम को मेरठ के अस्पताल में उपचार कराया गया। मंगलवार की रात को कलीम की उपचार के दौरान मौत हो गई। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया ।बुधवार की शाम को मृतक कलीम का शव पोस्टमार्टम के बाद खतौली पहुंचा। ग्रामीण शव को लेकर कोतवाली पहुंच गए। ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, हालांकि पुलिस ने इस प्रकरण में दूसरे पक्ष से छ लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। 25 दिन बाद भी हमलावरों की गिरफ्तारी ने होने से नाराज ग्रामीणों ने पहले कोतवाली में हंगामा किया उसके बाद जानसठ रोड पर गांव के समीप जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर खतौली और जानसठ पुलिस मौके पर पहुंच गई। सीओ डॉ रवि शंकर मिश्रा ने ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया। ग्रामीण हमलावरों की गिरफ्तारी और उन पर धारा 302 लगाए जाने की मांग पर अडे रहे। घंटो चली वार्ता के बाद पुलिस ने एक सप्ताह में आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर हंगामा शांत कराया। घटना के बाद से दो पक्षों में बढे तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।