मुजफ्फरनगर।
भरत एक ऐसा देश है जिसमें ग्रामीण सभ्यता, रहन सहनऔर ग्रामीण विचारधारा को नकारा नहीं जा सकता ।भारत कि अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करती है और ग्रामीण क्षेत्रों का ताना बाना इस तरह बना हुआ है कि विभिन्न जातियों के लोग एक दूसरे से मिल जुलकर एक परिवार की तरह रहते हैं । वही आपसी झगड़ों मनमुटाव को दूर करने में भी ग्रामीण सभ्यता एवं सामाजिक संस्थाएं हमेशा प्रयत्न शील रहीं हैं। हम बात करें हैं खाप पंचायत की और सर्वखाप पंचायत की।
सर्वखाप पंचायत का इतिहास बहुत पुराना है । सन्1857 में प्रथम स्वतंत्रता युद्ध में बहादुर शाह जफर ने सर्वखाप पंचायत के प्रधान को पत्र लिखकर अंग्रेजी सेना से लड़ने के लिए मदद मांगी थी।
सर्वखाप पंचायत का मुख्यालय जनपद मुजफ्फरनगर के शोरम गांव में है। जहां समय समय पर समाज की भलाई के लिए, समाज में फेल रही कुरीतियों के लिए पंचायत कर निर्णय लिए गए हैं।
वर्ष 1951,2003,2006,2010 सहित कई बार सर्वखाप पंचायत ने समाज की भलाई के लिए ,समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए कठिन निर्णय लिए है, जिनकी गुंज भारत के कोने-कोने में महसूस की गई है।
हॉल ही में पिछले कुछ दिनों से भारत के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने वाले खिलाडी जिन्होंने दुनियां में भारत का रुतबा कायम किया, आजकल जंत्रर मंतर पर एक ऐसी बात को लेकर धरनारत है जिसे भारत की सभ्यता में बहुत बुरा समझा जाता है।
भारत की ग्रामीण सभ्यता में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ ,शारीरिक शोषण को बहुत बुरा समझा जाता है। जब खिलाडियों की इज्जत की परवाह न करते हुए भारत सरकार ने उनकी और उचित ध्यान नहीं दिया तो इस ओर खाप चौधरियों का ध्यान आकर्षित हुआ और खाप चौधरियों ने दिल्ली जंतर मंतर पर जाकर अपना समर्थन खिलाडियों के पक्ष में देना शुरु कर दिया और सरकार से मांग की हमारी बेटियों की इज्जत हमरी इज्जत है और हम अपनी बेटियों की इज्जत के लिए मरने मिटने तक को तैयार हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का एक अच्छा निर्णय आया,जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया।
दिल्ली के जंतर मंतर पर पिछली रात भारत का गौरव और पदक विजेता पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस के द्वारा की गई अभद्रता और दुर्व्यवहार को लेकर उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में स्थित ऐतिहासिक सर्वखाप मुख्यालय सौरम चौपाल ,मुज़फ्फरनगर, उत्तर प्रदेश (भारत) में खाप चौधरियों एक बार फिर सक्रिय हो गए। सर्वखाप से जुड़े सम्मानित खाप चौधरियों की आपात पंचायत आयोजित की गयी। जिसमें सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान,बालियान खाप चौधरी नरेश टिकैत जी, मलिक खाप से बाबा श्याम सिंह मलिक, कालखंडे खाप से बाबा संजय कालखंडे,लाठियान खाप से बाबा विरेंद्र सिंह लाठियान,बत्तीसा खाप,बुड़ियांन खाप, घनगस खाप,देशवाल खाप, सहित विभिन्न खापों प्रतिनिधि शामिल रहे।
पंचायत की अध्यक्षता लाठियान खाप के चौधरी बाबा विरेंद्र लाठियान ने किया।
पंचायत में उपस्थित सभी खाप चौधरियों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया कि आने वाली 7मई को भारत के सभी खाप प्रतिनिधि जंतर मंतर पर पहुंचेंगे और पहलवानों से मिलकर आगे की रणनीति तय करेंगे।
चौधरी नरेश टिकैत ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि आज उन सभी पहलवानों की उम्मीद देश की खाप पंचायतों पर टिकी है और अब समय आ गया है कि हमें सब कुछ छोड़कर उनके मान सम्मान की लड़ाई में अहम निर्णय लेने होंगे क्योंकि हम अपने बेटा बेटियों को ऐसी स्थिति में नहीं छोड़ सकते।