जनपद में जल जीवन योजना के तहत काम कर रही दिल्ली की एनकेजी कम्पनी को डीएम ने ब्लैकलिस्ट करने की संस्तुति की है। डीएम ने संस्तुति करते हुए प्रमुख सचिव को पत्र भेजा है। जल जीवन योजना में इस कम्पनी की स्थिति काफी खराब बताई जा रही है। जनपद के 196 ग्राम पंचायत में से मात्र 25 गांव में ही पानी की सप्लाई शुरू हो पायी है। इनमें भी ओवरहेंड टैंक नहीं बनाए गए है। वहीं कम्पनी के द्वारा ठेकेदारों का भी भुगतान नहीं किया गया है। जिस कारण काम प्रभावित बना हुआ है।
शासन की जल जीवन योजना के तहत जनपद में तीन कम्पनी जेएमजी लक्ष्मी, एनकेजी और गायत्री 343 परियोजनाओं पर काम कर रही है। यह योजना करीब 969.72 करोड की है। जिसमें से 453 करोड खर्च हो चुके है। इनमें से एनकेजी कम्पनी के काम करने की स्थिति काफी खराब है। जेएमजी कम्पनी के द्वारा 215 परियोजनाओं में से 210 पर कार्य चल रहा है। जेएमजी कम्पनी के द्वारा 298 गांव में से 42 में ओवरहेंड टैंक के द्वारा पानी की सप्लाई शुरू हो गई है। गायत्री कम्पनी के द्वारा 36 गांव में से 35 में पानी की सप्लाई ओवरहेंड टैंक से शुरू हो गई है। शेष एक गांव जौला में भूमि को लेकर विवाद बना हुआ है। एनकेजी कम्पनी के द्वारा 190 गांव में से 25 में पानी की सप्लाई सीधे पम्प से शुरू की गई है। इन गांव में ओवरहेंड टैंक भी नहीं बनाए गए है। वहीं ठेकेदारों का भुगतान किया गया है। जिस कारण इस कम्पनी के काम करने की कार्य शैली काफी खराब बताई जा रही है। डीएम उमेश मिश्रा ने भी इस मामले में कडी नाराजगी जताते हुए एनकेजी कम्पनी को ब्लैकलिस्ट करने की संस्तुति करते हुए प्रमुख सचिव को पत्र भेजा है।
जल निगम अधिकारी ने बताया
जनपद में चल रही जल जीवन योजना में एनकेजी कम्पनी के काम करने की स्थिति काफी खराब है। कम्पनी को शासन स्तर से 303 करोड रुपए जारी किए गए, जिसमें से 148 करोड की धनराशि खर्च हो चुकी है। मात्र 25 गांव में सीधे पम्प से पानी की सप्लाई शुरू की गई है। वहीं ठेकेदारों का भी भुगतान नहीं किया गया है। डीएम ने एनकेजी कम्पनी को ब्लैकलिस्ट करने की संस्तुति करते हुए प्रमुख सचिव को पत्र भेजा है।
संजय कुमार, एक्सईएन जल निगम ग्रामीण