मुजफ्फरनगर। हिंदुस्तान भारत
जनपद में प्रतिमाह करीब 25 प्रतिशत लाइन लॉस हो रहा है। यानी कि करीब 60 करोड की बिजली चोरी हो रही है। जिसे रोकने के लिए पावर कारपोरेशन के अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे है। जनपद में करीब 550 किलोमीटर तक जर्जर तार बदले गए है। वहीं बिजनेस प्लान पर करीब 60 करोड रुपए खर्च किए गए है। अब वर्ष 2025 के लिए बिजनेस प्लान में प्रथम चरण में 100 करोड रुपए खर्च करते हुए काम कराए जाएगे।
पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियंता पवन अग्रवाल ने अपने कार्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि जनपद में करीब 25 प्रतिशत लाइन लॉस हो रहा है। उन्होंने बताया कि करीब प्रतिमाह 60 करोड का लाइन लॉस विभाग को हो रहा है। उन्होंने बताया कि लाइन लॉस तीन कारणों से होता है। प्रथम कारण टेक्निकल सिस्टम, द्वितीय कारण बिजली चोरी और तृतीय कारण रखरखाव सहीं नहीं होना है। उन्होंने बताया कि जनपद में करीब 550 किलोमीटर तक जर्जर तार बदले गए है। आरडीएसएस योजना के तहत करीब 50 फीडर को टाउन और ग्रामीण से अलग किया है। ओवर लोड फीडर के दो फीडर बनाए गए है। उन्होंने बताया कि बिजनेस प्लान पर करीब 60 करोड रुपए खर्च करते हुए बिजली सप्लाई में सुधार किया गया है। ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाना, नए पोल, लाइन और वोल्टेज आदि को सहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में बिजनेस प्लान में प्रथम चरण में 100 करोड रुपए खर्च करते हुए कार्य कराए जाएगे। वहीं द्वितीय चरण में 15 करोड रुपए खर्च करते हुए कार्य कराए जाएगे।